Sunday, October 4, 2020

देवसिंह के पक्के मकान का सपना हुआ साकार


 कहानी सच्ची है

देवसिंह के पक्के मकान का सपना हुआ साकार

भिण्ड / हर व्यक्ति की आकांक्षा होती है कि वह जीवन में लगातार तरक्की करता रहे। रोटी कपड़ा और मकान प्राप्त करना हर मनुष्य का लक्ष्य होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग खेती एवं मजदूरी करके जीवनयापन तो कर लेते है, पर मकान उनके लिए किसी सपने से कम नही होता। लोग पुस्त दर पुस्त उसी कच्चे आवास में जीवन गुजार देते है। किंतु यह सपना उनका सपना ही रह जाता है। परिवार के बढ़ने के साथ-साथ मकान की आवश्यकता भी बढ़ती जाती है। निश्चित भूमि में मकान का विस्तार भी संभव नही हो पाता है। इसके लिए पक्का आवास जरूरी हो जाता है।

 कम आय जागरूकता का अभाव तथा सीमित संसाधनों के कारण परिवार की वृद्धि के साथ मकान की आवश्यकता पूरी नही हो पाती है। ग्रामीण समाज में जीने वाले ऐसे लोग जो गरीबी के कारण आज भी आधुनिक संसाधनों से दूर है उनके लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना नया सवेरा लेकर आई है। भिंड जिले के जनपद पंचायत लहार ग्राम पंचायत काथा में निवास करने वाले देवसिंह का परिवार का सपना अब असलियत में बदल चुका है।

  श्री देवसिंह बताते है कि वे अपने परिवारजनों के साथ पुस्तैनी आवास में रह रहे थे, कच्चा घर बरसात में टपकता था, खेती एवं मजदूरी से इतनी आय नही हो पाती थी, कि परिवार की आवश्यकता के अनुसार अच्छा घर बनवा सके। साथ ही घर में कोई घरेलू कार्यक्रम शादी तथा अन्य सामाजिक कार्यक्रम, में परिवार रिश्तेदारों को रूकने के लिए उचित व्यवस्था नही थी, कच्चे घर में सॉप, विच्छू एवं अन्य कीडे-मकोडों का डर रात में हमेशा बना रहता था, जिसके कारण काफी समस्याओं का सामना करना पडता था। वर्ष 2019-20 प्रधानमंत्री आवास योजना-(ग्रामीण) के तहत मेरा चयन हुआ। साथ ही समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण हेतु राशि भी मुझे प्राप्त हुई। जिससे शौचालय का निर्माण मेरे द्वारा किया गया। अब मेरा आशियाना बन चुका है। मेरे पूरे परिवार का सपना पूर्ण हो गया है अब मै अपने परिवार के साथ गृह प्रवेश कर नये आवास में खुशहाल जीवन करूंगा।

शासन से प्राप्त लाभ के लिए मै बहुत खुश हूँ सपने मे भी मैं नही सोचा था, की इस तरह की योजनाओं का लाभ मिल पायेगा। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं।

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