राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य .डा. स्वराज विद्वान स्वस्थ होकर घर लौटी
डा. विद्वान के शीघ्र स्वस्थ्य होने के लिए देश व प्रदेश भर में मंदिरों, मजिस्द, चर्च, गुरूद्वारों में देषवासियों की ओर से दुआ मांगी गई थी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डा. स्वराज विद्वान ने कहा कि डाक्टरों एवं देशवासियों की दुवाओं से मुझे नया जीवन मिला है। दुःखद घड़ी में देशवासियों के इस अलौकिक प्रेम से ही आज मैं आपके बीच में हूं। उन्होंने सभी देशवासियों का तह दिल से हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य सुश्री विद्वान उत्तराखण्ड के जनपद उत्तरकाशीमें शासकीय भ्रमण कार्यक्रम में थी। 31 मई 2018 को तहसील बड़कोट में जनता की समस्या को सुनने के बाद जनता को सम्बोधित करते-करते उनके सिर में तेज दर्द हुआ जिसके चलते उन्हें तत्काल वहां उपस्थित अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा राजकीय अस्पताल बड़कोट पंहुचाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद मैक्स अस्पताल देहरादून के लिए रैफर किया गया। जहां राज्य सरकार एवं ओएनजीसी की प्रीती पंत के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम ने तत्काल ईलाज के लिए सीनियर डाक्टरों से बात की। मैक्स अस्पताल देहरादून में जांच करने के बाद पता चला कि मा. सदस्या को ब्रेन हेमरेज हुआ है। आईसीयू में भर्ती करने के बाद अगले दिन 1 जून को प्रातः डाक्टरों की टीम ने हायर सेंटर एम्स दिल्ली के लिए रैफर किया। राज्य सरकार ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आपातकालीन सेवा से मा. सदस्या को दिल्ली पंहुचाया। डा. विद्वान ने अपने गृह राज्य के मा. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, वित्त एवं पेयजल मंत्री प्रकाश पंत, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा अजय भट्ट, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर सचिव डा. रणवीर सिह, डीजीपी अनिल रतूड़ी का हार्दिक दिल से आभार प्रकट किया।
दिल्ली एम्स में 1 जून से 10 जुलाई तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य मा. डा. विद्वान का ब्रेन हेमरेज का सफल ईलाज एच.ओ.डी.डा.श्री काले एवं डा. कामेष्वर प्रसाद की देख-रेख में हुआ। 10 जुलाई को डाक्टरों की टीम के द्वारा सुश्री विद्वान के ब्रेन हेमरेज की अंतिम जांच की गई जिसमें वे स्वस्थ पायी गई। जांच के उपरान्त डाक्टरों ने उन्हें एम्स से छुट्टी दी।
दिल्ली एम्स में भर्ती डा. स्वराज विद्वान को मिलने उनके गृह राज्य सहित उत्तरप्रदेश, हिमाचल, महाराष्ट्र गुजरात, राजस्थान, जम्मू कश्मीर,हरियाणा,पंजाब आदि राज्यो के नागरिक उनसे मिलने आए थे।
एम्स मेडिकल की टीम के द्वारा बताया गया कि ब्रेन हेमरेज के बहुत कम केस ऐसे होते हैं जो शीघ्र स्वस्थ्य हो जाते है। मा. सदस्य के साथ देश की दुआ व दवा दोनों ने काम किया।
डा. विद्वान के शीघ्र स्वस्थ्य होने के लिए देश व प्रदेश भर में मंदिरों, मजिस्द, चर्च, गुरूद्वारों में देषवासियों की ओर से दुआ मांगी गई थी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डा. स्वराज विद्वान ने कहा कि डाक्टरों एवं देशवासियों की दुवाओं से मुझे नया जीवन मिला है। दुःखद घड़ी में देशवासियों के इस अलौकिक प्रेम से ही आज मैं आपके बीच में हूं। उन्होंने सभी देशवासियों का तह दिल से हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य सुश्री विद्वान उत्तराखण्ड के जनपद उत्तरकाशीमें शासकीय भ्रमण कार्यक्रम में थी। 31 मई 2018 को तहसील बड़कोट में जनता की समस्या को सुनने के बाद जनता को सम्बोधित करते-करते उनके सिर में तेज दर्द हुआ जिसके चलते उन्हें तत्काल वहां उपस्थित अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा राजकीय अस्पताल बड़कोट पंहुचाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद मैक्स अस्पताल देहरादून के लिए रैफर किया गया। जहां राज्य सरकार एवं ओएनजीसी की प्रीती पंत के नेतृत्व में उनकी पूरी टीम ने तत्काल ईलाज के लिए सीनियर डाक्टरों से बात की। मैक्स अस्पताल देहरादून में जांच करने के बाद पता चला कि मा. सदस्या को ब्रेन हेमरेज हुआ है। आईसीयू में भर्ती करने के बाद अगले दिन 1 जून को प्रातः डाक्टरों की टीम ने हायर सेंटर एम्स दिल्ली के लिए रैफर किया। राज्य सरकार ने तत्काल कार्यवाही करते हुए आपातकालीन सेवा से मा. सदस्या को दिल्ली पंहुचाया। डा. विद्वान ने अपने गृह राज्य के मा. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, वित्त एवं पेयजल मंत्री प्रकाश पंत, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा अजय भट्ट, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर सचिव डा. रणवीर सिह, डीजीपी अनिल रतूड़ी का हार्दिक दिल से आभार प्रकट किया।
दिल्ली एम्स में 1 जून से 10 जुलाई तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य मा. डा. विद्वान का ब्रेन हेमरेज का सफल ईलाज एच.ओ.डी.डा.श्री काले एवं डा. कामेष्वर प्रसाद की देख-रेख में हुआ। 10 जुलाई को डाक्टरों की टीम के द्वारा सुश्री विद्वान के ब्रेन हेमरेज की अंतिम जांच की गई जिसमें वे स्वस्थ पायी गई। जांच के उपरान्त डाक्टरों ने उन्हें एम्स से छुट्टी दी।
दिल्ली एम्स में भर्ती डा. स्वराज विद्वान को मिलने उनके गृह राज्य सहित उत्तरप्रदेश, हिमाचल, महाराष्ट्र गुजरात, राजस्थान, जम्मू कश्मीर,हरियाणा,पंजाब आदि राज्यो के नागरिक उनसे मिलने आए थे।
एम्स मेडिकल की टीम के द्वारा बताया गया कि ब्रेन हेमरेज के बहुत कम केस ऐसे होते हैं जो शीघ्र स्वस्थ्य हो जाते है। मा. सदस्य के साथ देश की दुआ व दवा दोनों ने काम किया।
No comments:
Post a Comment