ग्राम छिरारी उद्यानिकी के नवाचार की ओर अग्रसर "सफलता की कहानी"
-विदिशा | लटेरी विकासखण्ड का ग्राम छिरारी उद्यानिकी फसलीय नवाचार की ओर अग्रसर है। यहां के कृषकों द्वारा पहले हल्दी, धनिया, मिर्च, टमाटर इत्यादि उद्यानिकी फसलों का उत्पादन लेकर आमदनी में वृद्वि की है।
ग्राम के प्रगतिशील कृषक अनिल मेहता ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से प्रेरित होते हुए अब केले की फसल लेने के प्रबंध सुनिश्चित किए है कृषक श्री मेहता ने बताया कि उन्होंने 0.400 हेक्टेयर रकवा में केले के एक हजार सात सौ पचास पौधे रोपित किए है। टेशू कल्चर कुरवाई में तैयार हुए पौधे जिले के कृषकों द्वारा उद्यानिकी योजनाओं के तहत क्रय किए जा रहे है। विभाग के सहायक संचालक केएल व्यास ने बताया कि शुरू में केला एक वर्ष में फसल देने लगता है। इसके बाद आगामी वर्षो में बिना खर्चे के छह-छह माह में केले की फसल मिलने लगती है। जिले के कृषकों को काजू और बादाम की फसल लेने के लिए भी अभिप्रेरित किया जा रहा है।
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