चण्डीगढ़, - हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को समृद्ध बनाने के प्रति कटिबद्ध है। इस कड़ी में किसानों को परम्परागत फसलों की बजाय बागवानी व अन्य नकदी फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने की नई-नई योजनाएं तैयार करने के साथ-साथ उनके विपणन के भी समुचित प्रबंध किए जा रहे हैं।
आज यहां जारी एक वक्तव्य में कृषि मंत्री ने कहा कि गन्नौर में स्थापित किए जा रहे अन्तर्राष्ट्रीय फल एवं सब्जी टर्मिनस को संचालित करने के लिए कन्सलटेंट नियुक्त किया गया है और यहां से शीघ्र ही कार्य आरम्भ हो जाएगा। इस मण्डी में बेहतर पैकेजिंग, कम से कम क्षति प्रबन्धन व ट्रांसपोर्टेशन प्रबन्धन पर जोर दिया जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय खोला गया है तथा इसके तीन क्षेत्रीय अध्ययन केन्द्र भी खोले गये हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा राज्य है, जहां पर कृषि विश्वविद्यालय, बागवानी विश्वविद्यालय तथा पशुविज्ञान विश्वविद्यालय हैं। इससे किसानों को कृषि के साथ-साथ पशुपालन एवं बागवानी में किस प्रकार अधिक से अधिक आय अर्जित की जा सके, इसके लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए घोषित एक लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में से हरियाणा के लिए 3900 करोड़ रुपये आबंटित किए गये हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ-साथ बागवानी की नई-नई तकनीकों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से हर जिले में एक-एक बागवानी उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय उद्योग परिसंघ से भी कृषि मकैनिज्म व अन्य क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के लिए सहयोग लिया जा रहा है। परिसंघ द्वारा आगामी 16 से 22 अक्तूबर, 2020 तक एग्रो टैक फैस्ट का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें किसानों को कृषि की नई-नई तकनीकों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
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