सेवा प्रकल्प संस्थान का द्रष्टिकोण है कि संस्थान एक उत्प्रेरक बनकर एक स्थायी विकास जनजाति समाज में स्वयं समाज की व्यक्तियो के प्रयासो से ही ला सके। जनजाति समाज सबल बने और उनके विकास का आधार उनकी पंरपरा एवं नैतिक मूल्य हों और देश की तरक्की में जनजाति समाज की सहभागिता भी सुनिश्चित हो सके।
औपचारिक - रुद्रपुर में 3 प्राइमरी स्कूल व 1 मिडिल स्कूल संचालित हे जिसमे 3,500 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे है।
अनौपचारिक- ग्रामीण जनजाती क्षेत्र मे अनौपचारिक क्षेत्र में 230 बाल संस्कार केंद्र चलाये जाते है। जिसमे गाँव में रहने वाली शिक्षिका गाँव के बच्चों को प्रतिदिन विभिन्न विषयों में प्रशिक्षण देती है।
जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, गणित और देशभक्ति के गीत, सामाजिक गीत, शारीरिक शिक्षण व विभिन्न खेलो के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है।
प्रत्येक बच्चा किस प्रकार अच्छे संस्कार ले इसका पूरा प्रयत्न शिक्षिका करती है,जिसके फल स्वरूप बालक एक अच्छा व्यक्ति व देशभक्त नागरिक बन सके इसका पूरा ध्यान रखा जाता है।
कंप्यूटर सेंटर
2 स्थान पर अपने कंप्यूटर सेंटर संचालित है जिसमें छात्रावास में रहने वाले बालिकाओं को कंप्यूटर शिक्षा दी जाती है।
केंद्र -
1. जगतपुरा स्थित वनवासी कन्या छात्रावास (रूद्रपुर) ।
2. दूधियाबाबा कन्या छात्रावास ( रुद्रपुर )।
अन्य कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र-
हरिद्वार जिला के जनजाति क्षेत्र में कंप्यूटर वैन प्रतिदिन 2 केन्द्रों में जाकर प्रशिक्षण देती है व सप्ताह में कुल 8 केन्द्रो पर प्रशिक्षण देती है।
2 कोचिंग सेंटर देहरादून जिले के विकासनगर और हरिद्वार जिले के किशनपुरी में हैं।
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