Wednesday, July 22, 2020

भारत में पहली बार अनूठा कीटनाशक लॉन्च करेगी बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड

 

देहरादून। एग्रोकेमिकल्स (खेती के रसायन) सेक्टर में विश्व मे अग्रणी नाम और बीएसई में सूचीबद्ध कम्पनी ‘बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड’ ने अपने उत्पादों के जरिये दुनियाभर में कृषि के लिए कई समाधान दिए हैं। कृषि संबंधी रसायनों के क्षेत्रों में भारत के बड़े मैन्युफैक्चरर्स में से एक बेस्ट एग्रोलाइफ लिमिटेड, भारत की पहली ऐसी कंपनी है जिसे एक विशेष कीटनाशक के लिए लाइसेंस रजिस्ट्रेशन प्रदान किया गया है। यह लाइसेंस रजिस्ट्रेशन डाईरॉन नामक एक सुपर सिस्टमेटिक कीटनाशक की मेन्युफेक्चरिंग के लिए प्रदान किया गया है। यह विशेष कीटनाषक तुरन्त अवशोषित होकर बड़ी संख्या में विभिन्न प्रकार के कीटनाशकों का नाश करता है। अपने 2 फॉर्म्युलेशन के साथ यह प्रयोग में लाने के हिसाब से बहुत ही आसान हो जाता है। अपनी तुरन्त  असर करने की क्षमता के चलते यह रसायन कीट नियंत्रण प्रबंधन में बहुत अच्छे परिणाम देता है। यह उत्पाद जापान से आयात किये जाने वाले एक बिल्कुल समान क्षमता वाले कीटनाशक का उत्तम विकल्प है। इस उत्पाद के फीचर्स में शामिल है- एक अनूठा (यूनिक) और नया  मॉलिक्यूलर फॉर्म्युलेशन जो कि सिस्टमेटिक एक्शन (व्यवस्थित क्रिया) तथा कीटनाशको के विस्तृत स्पेक्ट्रम को कवर करने की क्षमता के साथ बना हुआ है। जैसे कि चावल के ब्राउन प्लांट हॉपर और कपास के एफीड्स, जेसिड्स आदि। ये उनपर कीटों पर भी अत्यधिक प्रभावी हैं जिन पर सामान्य कीटनाशकों का प्रभाव नही होता, यह लंबे समय तक प्रभावी रहता है जिससे ज्यादा बार छिड़काव करने की जरूरत नही होती और यह पर्यावरण के ये भी लाभदायक होता है। इस नए उत्पाद की लॉन्चिंग की वजह से कम्पनी का आउटलुक सकारात्मक रहेगा, इससे राजस्व के बढ़ने तथा लाभप्रदता मिलने की संभावना भी बढ़ेगी। एनालिस्ट (विश्लेषकों) ने इसमें कम्पनी की वृद्धि का भी पूर्वानुमान लगाया है। कम्पनी के डायरेक्टर, विमल कुमार ने इस मिशन को जारी रखते हुए रिसर्च आधारित कस्टमाइज्ड एग्रोकेमिकल तथा बायोलॉजिकल टूल्स प्रदान करने की ओर ध्यान केंद्रित रखा है। ताकि उत्पादकता को निरन्तरता दी जा सके और कम्पनी गुणवत्तापूर्ण तथा दक्ष प्रोफेशनल्स के जरिये वन-स्टॉप औद्योगिक समाधान का प्रयास कर सके। उन्होंने आगे कहा-वर्तमान वित्तीय वर्ष में हमारी कम्पनी का राजस्व केवल इस एक उत्पाद की सहायता से 100 करोड़ तक बढ़ जाएगा।

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