भोपाल | महिला एवं बाल विकास की गोविंदपुरा परियोजना द्वारा स्वयं सेवी संगठनों के सहयोग से अपने सेक्टर्स में कुल 140 परिवारों में कुल 460 बच्चों / परिवारों को सूखा राशन उपलब्ध करवाया गया है। खुशहाल नौनिहाल अभियान के तहत चिन्हांकित बालक जिन्हें विभागीय सहायता से भिक्षावृत्ति की प्रवृत्ति से बाहर निकालकर शिक्षा से जोड़ा गया था उन 16 बच्चों के परिवार में कुल 60 लोगों को दोनो समय का पका हुआ भोजन पहुंचाया जा रहा है।
कोरोना काल की विषम परिस्थितियों एवं बच्चों में मानसिक तनाव की स्थिति को देखते हुए गोविन्दपुरा परियोजना अधिकारी श्री अखिलेश चतुर्वेदी ने सभी सेक्टर सुपरवाईजर्स, भोपाल में कार्यरत सेफ सिटी पार्टनर्स एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ ऑनलाईन बैठक कर बच्चों में तनाव कम करने की कार्ययोजना पर काम करने का तय किया है। बैठक में परियोजना के विभिन्न सेक्टर्स में बाल संरक्षण समिति सदस्यों और युवाओं को बस्ती स्तर पर जोड़कर जरूरतमंद परिवारों की सहायता के साथ ही कोविड -19 से बचाव एवं रोकथाम के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की और अन्य साथियों को तैयार रहने के लिए कहा गया।
इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने बताया कि उनके क्षेत्र में कई ऐसे परिवार में जहां बुजुर्ग व्यक्ति और बच्चे हैं , उनके घर में कोई भी व्यक्ति कमाने वाला नहीं है, इस कारण घर में आर्थिक तंगी है और घर में राशन की व्यवस्था भी नहीं है। परियोजना अधिकारी ने ऐसे वंचित परिवारों की सूची बनाकर राशन वितरण के लिए कहा है।
कोरोना काल की विषम परिस्थितियों एवं बच्चों में मानसिक तनाव की स्थिति को देखते हुए गोविन्दपुरा परियोजना अधिकारी श्री अखिलेश चतुर्वेदी ने सभी सेक्टर सुपरवाईजर्स, भोपाल में कार्यरत सेफ सिटी पार्टनर्स एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ ऑनलाईन बैठक कर बच्चों में तनाव कम करने की कार्ययोजना पर काम करने का तय किया है। बैठक में परियोजना के विभिन्न सेक्टर्स में बाल संरक्षण समिति सदस्यों और युवाओं को बस्ती स्तर पर जोड़कर जरूरतमंद परिवारों की सहायता के साथ ही कोविड -19 से बचाव एवं रोकथाम के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की और अन्य साथियों को तैयार रहने के लिए कहा गया।
इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने बताया कि उनके क्षेत्र में कई ऐसे परिवार में जहां बुजुर्ग व्यक्ति और बच्चे हैं , उनके घर में कोई भी व्यक्ति कमाने वाला नहीं है, इस कारण घर में आर्थिक तंगी है और घर में राशन की व्यवस्था भी नहीं है। परियोजना अधिकारी ने ऐसे वंचित परिवारों की सूची बनाकर राशन वितरण के लिए कहा है।
व्यवसायिक संगठनों / स्वयं सेवी संस्थाओं एवं व्यापारी बंधुओं के साथ समन्वय कर वंचित एवं आर्थिक तौर पर परेशान परिवारों हेतु राशन ( खाद्य सामग्री ) एवं अतिवंचित परिवारों के लिए दोनों समय पके हुए भोजन की व्यवस्था की जा रही है। परिवारों के लिए सूखा राशन एवं पका हुआ भोजन की व्यवस्था करने में अन्य संस्थाओं एवं स्वयं सेवी संगठनों के द्वारा सहायता प्रदान की गई।
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