क्षेत्रिय मान्यता प्राप्त डाक्टरों को भी कोविड इलाज की अनुमति मिले-संघर्षी
सरकार को चाहिए, कि वह सभी "निजी अस्पतालों" तथा मान्यता प्राप्त क्षेत्रिय डाक्टरों को भी कोविड इलाज के इलाज करने की अनुमति प्रदान करे, ताकि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिले के सभी "सक्षम एवं इच्छुक" निजी अस्पताल भी कोविड के इलाज मे जनता को "चिकित्सा तथा सरकार का सहयोग" कर सकें। सरकारी अस्पतालों में "अनदेखी एवं अव्यवस्थाओ" के चलते जितना भी मरीजों का उत्पीड़न हो रहा है, उसे हम सब भली भांति जानते हैं। इतना कोविड से मृत्यु दर मे इजाफा नहीं हुआ है, जितना कि कुछ अस्पतालों मे मरीजों की "अनदेखी एवं अव्यवस्थाओ" से हो रहा है। वर्तमान समय में जितना अनुभव हम सब को हुआ है,शायद ही उतना पहले कभी हुआ हो, इस कारण सरकार जनता के स्वास्थ्य को देखते हुए, "निजी अस्पतालों" को भी जनता के इलाज की अनुमति प्रदान करे। क्योंकि वर्तमान समय में केवल कोविड से ही खतरा नहीं है,कुछ लोग अन्य रोगों से भी ग्रस्त है, जैसे, शुगर,बैल्डप्रेसर, टी0 वी0,लीवर, इत्यादि, जिनके क्षेत्रिय लगे- बंधे "फैमली डाक्टर" है। जिनसे एक दूसरे के पहले से ही इलाज चलते आ रहे है, किन्तु वर्तमान में उन सभी के अस्पताल बन्द होने के कारण जनता को बड़ी परेशानी उठानी पड़ रही है। जरुरी तो नही है,कि सभी लोग कोविड से ही मर रहे हो।क्या? अन्य रोगों के इलाज की "अनदेखी एवं अव्यवस्थाओ" से भी तो मौत हो रही हैं।जिन पर हम गम्भीर ही नहीं है। इसीलिए मैं वर्तमान सरकार का इस और भी ध्यान चाहता हूं।
महंत-पं0रविन्द्र भारद्वाज संघर्षी जी महाराज
श्री विष्णु धाम मंदिर व आश्रम मौ0गोकुल नगर
चांदपुर बिजनौर उत्तर प्रदेश
(ये लेखक के अपने निजी विचार हैं)
No comments:
Post a Comment