दूसरे की दुकान पर काम करते थे पहले अब प्रदीप गौंड़ की है खुद की दुकान "सफलता की कहानी"
मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना बनी मददगार
नरसिंहपुर |आदिवासी वर्ग के प्रदीप गौंड़ पहले दूसरे की दुकान पर काम करते थे और उन्हें अपने परिवार के जीवन यापन में कठिनाई का सामना करना पड़ता था। अब प्रदीप की खुद की साईकिल रिपेयरिंग दुकान खुल गई है। इसमें मददगार बनी है मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना। अब प्रदीप अपने परिवार का पालन- पोषण अच्छे से कर रहे हैं। प्रदीप गौंड़ नरसिंहपुर विकासखंड के ग्राम बांसकुवारी में अपनी दुकान सफलतापूर्वक चला रहे हैं।
प्रदीप गौंड़ ने बताया कि दूसरे की दुकान में काम करने से उन्हें बहुत कम आमदनी होती थी, इससे परिवार का पालन पोषण कठिन था। ऐसे में मुझे मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के बारे में पता चला। मैंने एमपी ऑनलाइन पोर्टल से मप्र आदिवासी वित्त एवं विकास निगम की स्वरोजगार योजना के लिए आवेदन दिया। निगम द्वारा मेरा आवेदन भारतीय स्टेट बैंक की मंडी रोड शाखा नरसिंहपुर भेजा गया। बैंक ने प्रस्तावित दुकान स्थल का निरीक्षण कर इसके लिए 50 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत किया। इसमें मुझे 15 हजार रूपये का अनुदान भी मिला। मैं बैंक की किश्त का समय पर भुगतान कर रहा हूं। मुझे हर माह इतनी आमदनी हो जाती है कि मैं अपने परिवार का अच्छे से भरण- पोषण कर सकूं। मुझे हर महिने करीब पांच हजार रूपये से अधिक की आमदनी हो जाती है।
प्रदीप स्वरोजगार योजना का लाभ मिलने पर मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हैं और कहते हैं कि वे नौकर से अब मालिक बन गये हैं।
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