-जबलपुर |अपने लिये तो सभी जीते हैं, जीवन वह है जो दूसरों के काम आये, अगर मेरी वजह से किसी व्यक्ति का जीवन बचता है तो मेरे लिये इससे अच्छी बात और कोई नहीं हो सकती। यह कहना है जबलपुर जिले की शांति आर्या का। कुछ समय पहले ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हुई शांति ने कलेक्टर भरत यादव की अपील पर प्लाज्मा दान करने की सहमति दी है। इस प्रकार शांति आर्या कोरोना से स्वस्थ होने वाले अन्य व्यक्तियों के लिये भी प्रेरक उदाहरण बन गई हैं।
आलोक टॉवर कटंगा निवासी शांति आर्या ने कहा कि अगर उसकी वजह से किसी का जीवन बचता है और कोई व्यक्ति अपनी तकलीफ से जीत सकता है हम उसके दु:ख-दर्द को दूर करने का निमित्त बनते है तो इससे अच्छी बात उसके लिये और कुछ नहीं हो सकती। शांति आर्या से प्लाज्मा दान करने के लिये जिला रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से जब हम हैं न फाउण्डेशन और दिशा वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने सम्पर्क कर पूछा कि आप कोरोना पॉजिटिव थीं और स्वस्थ भी हो चुकी हैं, क्या जरूरत पडऩे पर गम्भीर कोरोना मरीजों का जीवन बचाने आप ब्लड प्लाज्मा देने को तैयार हैं। सैंतालीस साल की इस महिला ने इस पवित्र कार्य के लिए सहर्ष अपनी सहमति देने में थोड़ी सी भी हिचक नहीं दिखाई और न ही देर की। शांति आर्या जिनका ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है, ने कहा कि इस नेक काम को करके वह खुद को खुशनसीब समझेंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन जब भी जरूरत समझेगा वह कोविड-19 के संक्रमण से लड़ रहे पीडि़तों का जीवन बचाने के लिए तत्पर रहेंगी। वहीं शांति आर्या के पति अनिल आर्या जो कि स्वयं समाजसेवी हैं उन्होंने ने भी अपनी धर्मपत्नी के इस पवित्र काम व नेक इरादों में हर दम साथ खड़े रहने की बात कही है।
मनोज कुमार श्रीवास्तव
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