Wednesday, August 12, 2020

‘‘ गंगा सुरक्षा और इससे जुड़े सभी कार्यों की प्रगति में तेजी लायेंः जिलाधिकारी

                                              

देहरादून ,  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कैम्प कार्यालय  से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से गंगा सुरक्षा समिति से जुडे़ विभागों और अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा सुरक्षा और इससे जुडे़ सीवरेज ट्रीटमेंट, पेयजल, बाढ सुरक्षा, सौन्दर्यीकरण, सड़क मरम्मत व सुधारीकरण, अतिक्रमण हटाने, कूड़ा व मृत पशुओं के अवशेष निस्तारण, सैनिटेशन, वृक्षारोपण और साफ-सफाई से सम्बन्धित कार्यों की प्रगति को तेजी से बढायें।
जिलाधिकारी ने आई0 एण्ड डी0 एवं 26 एम0एल0डी0एस0टी0पी0 के कार्यों की प्रगति का विवरण प्राप्त करते हुए निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई (गंगा) उत्तराखण्ड पेयजल निगम ऋषिकेश को निर्देशित किया कि इसका अवशेष कार्य तेजी से पूरा करें तथा वन विभागके समन्वय से रम्भा नदी से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही भी पूर्ण करें। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश को आस्था पथ पर की जा रही चित्रकारिता को अधिक आकर्षित एवं व्यापक रूप दिये जाने तथा घाटों पर दीवार लेखन के अवशेष काम को 3 दिन के भीतर निपटाने के निर्देश दिये।  इसके अतिरिक्त नगर निगम के समस्त वार्डों में नियिमत स्वच्छता अभियान चलाने, कूड़ा उठाने तथा गंगा नदी में पूजा सामग्री और कूड़ा करकट डालने से रोकने के भी निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने उत्तराखण्ड जल संस्थान देहरादून को टारगेट दिया कि 15 दिवस में आयोजित होने वाली अगली समिति की बैठक तक हस्तांतरित की जाने वाली योजनाओं में 19 योजनाएं पूरी करें तथा अगली बैठक में प्रगति से भी अवगत करायें। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड देहरादून के पिछली बैठक और आज की बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी व्यक्त  करते हुए जिला विकास अधिकारी से उनका स्पष्टीकरण लेने तथा 3 दिन में उसका जवाब प्रस्तुतीकरण के निर्देश दिये। साथ ही सिंचाई विभाग को ग्राम पंचायत खदरी खड़क माफी के खादर क्षेत्र को सौंग नदी की बाढ से बचाव कार्य की तत्काल फोटोग्राफी सहित रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने गुमानीवाला स्थित कांजी हाउस की खाली पड़ी भूमि का पशुओं की संख्या नियंत्रण केन्द्र (बघ्याकरण सेन्टर) की स्थापना हेतु जिला विकास अधिकारी, नगर निगम तथा वन विभाग को संयुक्त रूप से झाझरा स्थित भूमि का संयुक्त स्थलीय निरीक्षण करने तथा बघ्याकरण केन्द्र के लिए भूमि हस्तांतरण के कार्य पर अग्रिम कार्यवाही के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त उन्होंने उत्तराखण्ड जल संस्थान अनुरक्षण शाखा गंगा सब डिविजन ऋषिकेश को 6 एमएलडी लक्कड़ घाट सीवर संयोजन के अवशेष कार्य को पूरा करने, वन विभाग को रम्भा क्षेत्र से अतिक्रमण हटवाने, उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पर्यावरण को दूषित करने वाली गतिविधियों की रोकथाम करने, लोक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कार्यों में तेजी लाने तथा नगर निगम ऋषिकेश को प्लास्टिक के विरूद्ध भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इस कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी अधिकारियों को आज दिये गये निर्देशों का अगली बैठक में प्रगति विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
इस दौरान कैम्प कार्यालय में प्रभागीय वनाधिकारी दें राजीव धीमान, एनआईसी सभागार में जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल सहित नगर निगम ऋषिकेश, जल संस्थान, पेयजल निगम, सिंचाई, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, लोक निर्माण विभाग आदि गंगा सुरक्षा समिति से जुड़े विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।  

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